शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

मृत्युदण्ड प्राप्त स्त्री के कानूनी अधिकार
कोई मृत्युदण्ड पुष्टि हेतु उच्च न्यायालय द्वारा कम से कम दो न्यायाधीश द्वारा पारित और हस्ताक्षर किया जाना चाहिए.
मृत्युदण्ड प्राप्त स्त्री यदि गर्भवती पाई जाती है तो cr.p.c. की धारा 416 के अनुसार उच्च न्यायालय इसे आजीवन कारावास में बदलेगा.