धारा 147, 148, 149 दंगो के लिए लगाई जाती है इसमें 2 वर्ष की सजा और जुर्माना लगता है. जमानत भी हो जाती है
जब भी किसी व्यक्ति या लोगों के गैर-क़ानूनी जमावड़ा या समूह जोकि किसी अपनी मांग को गैर-क़ानूनी ढंग से मनवाने के लिए एकत्रित हुआ है, का हिस्सा होता है और उस समूह द्वारा या उसके किसी सदस्य या सदस्यों द्वारा किसी प्रकार की हिंसा का या बल का प्रयोग किया जाता है जिससे जान-माल का नुकसान होता है तो यह दंगा या बलवा कहलाता है जिसे आई.पी.सी की धारा 146 में बताया गया है।
आईपीसी की धारा 147 की शिकायत होने पर पुलिस दंगाइयों को गरिफ्तार कर सकती है मगर ये जमानती होने के कारण आरोपी जमानत ले सकता है।
सजा : अगर आरोपी पर इस अपराध का आरोप सिद्ध होता है तो उसे 2 साल तक का कारावास या जुर्माना या दोनों दंड के रूप में भुगतने पड़ सकते है।
आई.पी.सी. की धारा 147 का सुर्खियाँ बटोरने वाला हाई प्रोफाइल मामला :
1. जैसा की आप सबको पता होगा कि जो 25 अगस्त 2017 को बाबा राम रहीम को सजा होने के बाद पंचकूला और आस-पास के स्थानों में जो हिंसा हुई और जिसमे जान माल का भी नुक्सान हुआ। इन दंगों के स्थानीय पुलिस ने विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामले दर्ज किये जिसमे से एक धारा 147 भी थी।
Indian Penal Code Section 147
Punishment for rioting : -- Whoever is guilty of rioting, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to 2 years, or with fine, or with both.
जब भी किसी व्यक्ति या लोगों के गैर-क़ानूनी जमावड़ा या समूह जोकि किसी अपनी मांग को गैर-क़ानूनी ढंग से मनवाने के लिए एकत्रित हुआ है, का हिस्सा होता है और उस समूह द्वारा या उसके किसी सदस्य या सदस्यों द्वारा किसी प्रकार की हिंसा का या बल का प्रयोग किया जाता है जिससे जान-माल का नुकसान होता है तो यह दंगा या बलवा कहलाता है जिसे आई.पी.सी की धारा 146 में बताया गया है।
आईपीसी की धारा 147 की शिकायत होने पर पुलिस दंगाइयों को गरिफ्तार कर सकती है मगर ये जमानती होने के कारण आरोपी जमानत ले सकता है।
सजा : अगर आरोपी पर इस अपराध का आरोप सिद्ध होता है तो उसे 2 साल तक का कारावास या जुर्माना या दोनों दंड के रूप में भुगतने पड़ सकते है।
आई.पी.सी. की धारा 147 का सुर्खियाँ बटोरने वाला हाई प्रोफाइल मामला :
1. जैसा की आप सबको पता होगा कि जो 25 अगस्त 2017 को बाबा राम रहीम को सजा होने के बाद पंचकूला और आस-पास के स्थानों में जो हिंसा हुई और जिसमे जान माल का भी नुक्सान हुआ। इन दंगों के स्थानीय पुलिस ने विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामले दर्ज किये जिसमे से एक धारा 147 भी थी।
Indian Penal Code Section 147
Punishment for rioting : -- Whoever is guilty of rioting, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to 2 years, or with fine, or with both.
Sir jurmana me kitna paisa lagta hai....
जवाब देंहटाएं497/147
जवाब देंहटाएंक्यों तुम दंगा करेगा क्या
जवाब देंहटाएंजब आप पपर 146 -149,लगे हो, परंतु आप घटनेमे नहि शामिल है , तो आप क्या कर सकते है।
जवाब देंहटाएंJab ham ghatna me samil na ho to kya kar sakte h
जवाब देंहटाएंAapko vivechak se mil kar saksh prastut karna padega .
हटाएंAur adhik jankari ke liye aap https://mickyvakeel.com/ipc-147-148-149-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88/
148.149.323.324
जवाब देंहटाएं9452345567
जवाब देंहटाएंSection 147 khatam hone ka pravdhan hkya hai
जवाब देंहटाएंYa to vivechak dhara ka lop kare ya fir majistrat https://mickyvakeel.com/ipc-147-148-149-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88/
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