भारतीय समाज को क़ानूनी रूप से व्यवस्थित रखने के लिए सन 1860 में लार्ड मेकाले की अध्यक्षता में भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) बनाई गई थी। इस संहिता में विभिन्न अपराधों को सूचीबद्ध कर उस में गिरफ्तारी और सजा का उल्लेख किया गया है। इस में कुल मिला कर 511 धाराएं हैं। कुछ खास धाराएं निम्न हैं –
- धारा 307 = हत्या की कोशिश
- धारा 302 =हत्या का दंड
- धारा 376 = बलात्कार
- धारा 395 = डकैती
- धारा 377= अप्राकृतिक कृत्य
- धारा 396= डकैती के दौरान हत्या
- धारा 120= षडयंत्र रचना
- धारा 365= अपहरण
- धारा 201= सबूत मिटाना
- धारा 34= सामान आशय
- धारा 412= छीनाझपटी
- धारा 378= चोरी
- धारा 141=विधिविरुद्ध जमाव
- धारा 191= मिथ्यासाक्ष्य देना
- धारा 300= हत्या करना
- धारा 309= आत्महत्या की कोशिश
- धारा 310= ठगी करना
- धारा 312= गर्भपात करना
- धारा 351= हमला करना
- धारा 354= स्त्री लज्जाभंग
- धारा 362= अपहरण
- धारा 415= छल करना
- धारा 445= गृहभेदंन
- धारा 494= पति/पत्नी के जीवनकाल में पुनःविवाह
- धारा 499= मानहानि
- धारा 511= आजीवन कारावास से दंडनीय अपराधों को करने के प्रयत्न के लिए दंड।…
नीचे खास धाराएँ (Section) और ये किस अपराध (Offence) पर लागू होती हैं तथा इनमे सजा (Punishment) कितनी होती है ? कौन सी धारा में जमानत मिलेगी या गिरफ्तारी होगी (Bail provision) बताया गया है
- धारा 13-
- अपराध : जुआ खेलना/सट्टा लगाना
- सजा : 1 वर्ष की सजा और 1000 रूपये जुर्माना
- -सांप्रदायिक दंगा भड़काने में लिप्त 5 वर्ष की सजा
धारा 99 से 106 : व्यक्तिगत प्रतिरक्षा के लिए बल प्रयोग का अधिकार –
- धारा 147-
- अपराध : बलवा करना (Rioting)
- सजा : 2 वर्ष की सजा/जुर्माना या दोनों गिरफ्तार/जमानत होगी
- धारा 161-
- अपराध : रिश्वत लेना/देना
- सजा : 3 वर्ष की सजा/जुरमाना या दोनों गिरफ्तार/जमानत नहीं
- धारा 171-
- अपराध : चुनाव में घूस लेना/देना
- सजा : 1 वर्ष की सजा/500 रुपये जुर्माना गिरफ्तार नहीं/जमानत होगी
- धारा 177-
- अपराध : सरकारी कर्मचारी/पुलिस को गलत सूचना देना
- सजा : 6 माह की सजा/1000 रूपये जुर्माना
- धारा : 186-
- अपराध : सरकारी काम में बाधा पहुँचाना
- सजा : 3 माह की सजा/500 रूपये जुर्माना
- धारा 191 –
- अपराध : झूठी गवाही देना
- सजा : 3/ 7 वर्ष की सजा और जुर्माना
- धारा 193 -
- अपराध : न्यायालयीन प्रकरणों में झूठी गवाही
- सजा : 3/ 7 वर्ष की सजा और जुर्माना
- धारा 216 -
- अपराध : लुटेरे/डाकुओं को आश्रय देने के लिए दंड
- धारा 224/25 -
- अपराध : विधिपूर्वक अभिरक्षा से छुड़ाना
- सजा : 2 वर्ष की सजा/जुरमाना/दोनों
- धारा 231/32 –
- अपराध : जाली सिक्के बनाना
- सजा : 7 वर्ष की सजा और जुर्माना गिरफ्तार/जमानत नहीं
- धारा 255 -
- अपराध : सरकारी स्टाम्प का कूटकरण
- सजा : 10 वर्ष या आजीवन कारावास की सजा
- धारा 264 -
- अपराध : गलत तौल के बांटों का प्रयोग
- सजा : 1 वर्ष की सजा/जुर्माना या दोनों गिरफ्तार/जमानत होगी
- धारा 267 -
- अपराध : औषधि में मिलावट करना
- सजा : 1 वर्ष की सजा/जुर्माना या दोनों गिरफ्तार/जमानत होगी
- धारा 272 -
- अपराध : खाने/पीने की चीजों में मिलावट
- सजा : 6 महीने की सजा/1000 रूपये जुर्माना /दोनों गिरफ्तार नहीं/जमानत होगी
- धारा 274 /75-
- अपराध : मिलावट की हुई औषधियां बेचना
- सजा : 6 महीने की सजा/1000 रूपये जुर्माना /दोनों गिरफ्तार नहीं/जमानत होगी
- धारा 279 -
- अपराध : सड़क पर उतावलेपन/उपेक्षा से वाहन चलाना
- सजा : 6 माह की सजा या 1000 रूपये का जुर्माना
- धारा 292 -
- अपराध : अश्लील पुस्तकों का बेचना
- सजा : 2 वर्ष की सजा और 2000 रूपये जुर्माना गिरफ्तार/जमानत होगी
- धारा 294 -
- अपराध : किसी धर्म/धार्मिक स्थान का अपमान
- सजा : 2 वर्ष की सजा
- धारा 302 -
- अपराध : हत्या/कत्ल (Murder)
- सजा : आजीवन कारावास /मौत की सजा गिरफ्तार/ जमानत नहीं
- धारा 306 -
- अपराध : आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरण
- सजा : 10 वर्ष की सजा और जुर्माना
- धारा 309 -
- अपराध : आत्महत्या करने की चेष्टा करना
- सजा : 1 वर्ष की सजा/जुरमाना/दोनों गिरफ्तार/जमानत
- धारा 311 -
- अपराध : ठगी करना
- सजा : आजीवन कारावास और जुरमाना गिरफ्तार/जमानत नहीं
- धारा 323 -
- अपराध : जानबूझ कर चोट पहुँचाना
- धारा 354 -
- अपराध : किसी स्त्री का शील भंग करना
- सजा : 2 वर्ष का कारावास/जुर्माना/दोनों गिरफ्तार/जमानत
- धारा 363 -
- अपराध : किसी स्त्री को ले भागना (Kidnapping)
- सजा : 7 वर्ष का कारावास और जुरमाना गिरफ्तार/जमानत
- धारा 366 -
- अपराध : नाबालिग लड़की को ले भागना
- धारा 376 -
- अपराध : बलात्कार करना (Rape)
- सजा : 10 वर्ष/आजीवन कारावास गिरफ्तार नहीं /जमानत होगी
- धारा 377 -
- अपराध : अप्राकृतिक कृत्य अपराध( Un natural offence)
- सजा : 5 वर्ष की सजा और जुरमाना गिरफ्तार/जमानत नहीं
- धारा 379 -
- अपराध : चोरी (सम्पत्ति) करना
- सजा : 3 वर्ष का कारावास /जुरमाना/दोनों गिरफ्तार/जमानत
- धारा 392 -
- अपराध : लूट
- सजा : 10 वर्ष की सजा
- धारा 395 -
- अपराध : डकैती (Decoity)
- सजा : 10 वर्ष या आजीवन कारावास गिरफ्तार नहीं/जमानत
- धारा 417 -
- अपराध : छल/दगा करना (Cheating)
- सजा : 1 वर्ष की सजा/जुर्माना/दोनों गिरफ्तार नहीं/जमानत होगी
- धारा 420 -
- अपराध : छल/बेईमानी से सम्पत्ति अर्जित करना
- सजा : 7 वर्ष की सजा और जुर्माना
- धारा 446 -
- अपराध : रात में नकबजनी करना
- धारा 426 -
- अपराध : किसी से शरारत करना (Mischief)
- सजा : 3 माह की सजा/जुर्माना/दोनों
- धारा 463 -
- अपराध : कूट-रचना/जालसाजी
- धारा 477(क) -
- अपराध : झूठा हिसाब करना
- धारा 489 -
- अपराध : जाली नोट बनाना/चलाना
- सजा : 10 वर्ष की सजा/आजीवन कारावास गिरफ्तार/जमानत नहीं
- धारा 493 -
- अपराध : गैर मर्द की स्त्री से व्यभिचार करना
- सजा : 10 वर्षों की सजा
- धारा 494 -
- अपराध : पति/पत्नी के जीवित रहते दूसरी शादी करना
- सजा : 7 वर्ष की सजा और जुर्माना गिरफ्तार नहीं/जमानत होगी
- धारा 498/अ -
- अपराध : अपनी स्त्री पर अत्याचार
- सजा : 3 वर्ष तक की कठोर सजा
- धारा 497 -
- अपराध : जार कर्म करना (Adultery)
- सजा : 5 वर्ष की सजा और जुर्माना
- धारा 500 -
- अपराध : मानहानि
- सजा : 2 वर्ष की सजा और जुर्माना
- धारा 509 -
- अपराध : स्त्री को अपशब्द कहना /अंगविक्षेप करना
- सजा : सादा कारावास या जुर्माना
Very good
जवाब देंहटाएंYeh kanun bana toh rkhe hai kaun palan krta ha inka 😤😤...
जवाब देंहटाएंDhoka dhadi ka ni bataya sir apne
जवाब देंहटाएंकृपया इस लिंक को follow करें ,इसमें धोखाधड़ी के बारे में विस्तार से बताया गया है
हटाएंhttp://niyamkjanoon.blogspot.com/2018/08/420.html
Sc/st me koi farji fsa de to kya kre
जवाब देंहटाएंइसमें ज्यादा से ज्यादा कितना दंड लग सकता है ?
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